RBI UPI Circle: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शशिकांत दास की ओर से एक नई सेवा की शुरुआत कर दी गई है, जिसके तहत ग्राहकों को अब ऑनलाइन भुगतान की सुविधा मिलने वाली है। इस सुविधा को प्रारंभ करते हुए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से जानकारी में बताया गया है कि भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम को तेजी से बढ़ाने हेतु कार्य किया जाएगा और एनपीसीआई में डेलीगेटेड पेमेंट सिस्टम पर खर्च के लिए कुछ निर्धारित सीमा लगे हैं।
कुछ समय पहले एनपीसीआई के द्वारा यूपीआई सर्कल सेवा का प्रसारण किया गया था और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास की ओर से इस सेवा का उद्घाटन करते हुए सभी ग्राहकों के लिए ऑनलाइन भुगतान की सुविधा प्रसारित की गई थी। इस सेवा के प्रारंभ होते ही नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने बताया था कि भारत में डिजिटल क्षेत्र में पेमेंट सिस्टम को तेजी से बढ़ोतरी करने के लिए लगातार प्रयत्न किया जा रहा है।
UPI Circle के बारे में
जानकारी हेतु बता दें कि यह एक प्रकार का NPCI की डेलिगेटेड पेमेंट सिस्टम है। इसके माध्यम से उपभोक्ता यूपीआई अकाउंट का उपयोग कर सकते हैं। इसका अर्थ यह नहीं है कि यह सुरक्षित होगा क्योंकि NPCI की ओर से साफ तौर पर बता दिया गया है कि डेलिगेटेड सिस्टम बिलकुल 100% सुरक्षित होने वाला है और सभी उपभोक्ता इसका उपयोग भी आसानी से पूरा कर सकते हैं। एनपीसीआई के द्वारा अपनी प्रेस रिलीज प्रक्रिया में बताया गया था कि 6% UPI यूजर्स दूसरे व्यक्ति के लिए पूरा करते हैं और साथ ही ऐसे जिनके पास बैंक अकाउंट उपलब्ध नहीं है, वे भी इस यूपीआई सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
इस प्रकार होगा लेनदेन
एनपीसीआई के मुताबिक, प्रत्येक उपभोक्ता प्राइमरी यूपीआई डेलिगेटेड पेमेंट सिस्टम में अपने दोस्तों को जोड़ सकते हैं और सेकेंडरी यूजर्स का कोई बैंक अकाउंट उपलब्ध नहीं है, तो पहले से उपलब्ध यूजर्स के बैंक अकाउंट में अप लिंक करके पैसे भेज सकते हैं।
UPI Circle कैसे करता है काम?
डेलिगेशन पेमेंट सिस्टम में पहला यूजर अपने दोस्त या अपने नजदीकी के द्वारा भुगतान की गई डिमांड को ऑथराइज करता है और ऑथराइज्ड यूजर्स भुगतान दोनों साइड से कर पाएंगे। इससे पहले कि यूजर्स अपना यूपीआई पिन दर्ज करें, इसके बाद ही सुरक्षित प्रणाली के माध्यम से इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है। एक प्राइमरी यूजर सेकेंडरी यूजर तक बिना किसी बैंक अकाउंट के भी पैसे भेजने का विकल्प इनेबल हो जाता है।
कितनी है खर्च करने की लिमिट?
इसके लिए आप सभी को NPCI की ओर से एक निश्चित लिमिट मिलने वाली है। क्योंकि 1 महीने में यदि कोई नागरिक डेलिगेटेड सेकेंडरी यूजर्स खर्च करता है, तो अधिकतम 15 हजार रुपये की राशि तक ही लिमिट सीमित है। साथ ही एक समय में ₹5000 से अधिक खर्च नहीं कर सकते। अन्यथा पास सर्कल में एक प्राइमरी यूजर केवल पांच सेकेंडरी यूजर्स को जोड़ सकता है।