Jio-Airtel-VI: आज के इस आधुनिक युग में हर व्यक्ति के लिए प्रमुख रूप से इंटरनेट कनेक्टिविटी दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। हालांकि भारत की इंटरनेट कनेक्टिविटी अतिरिक्त देश की तुलना में काफी ज्यादा कमजोर और पीछे चल रही है। जहां पर अंतरराष्ट्रीय मार्केट और कई सारे विभिन्न देशों में एलन मस्क की स्टारलिंक अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का लाभ दे रहे हैं, तो हम केवल और टावर वाले नेटवर्क पर ही निर्भर हैं।
लेकिन अब आप सभी के लिए बहुत ही बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है क्योंकि भारतीय मार्केट में Jio-Airtel की मुश्किलें बढ़ाने के लिए Elon Musk ने अपने सस्ता फास्टेस्ट सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन को भारत के लिए शुरू करने का आदेश दिया है। और इतना ही नहीं, यह सर्विस देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में भी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी देने वाली है। चलिए देखते हैं इसकी पूरी जानकारी विस्तार से।
स्टारलिंक: जियो और एयरटेल के लिए एक नई चुनौती
इस सुविधा का लाभ हमें अवश्य मिलने वाला है। हालांकि इसके चलते अतिरिक्त प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां एयरटेल, जियो और वोडाफोन जैसी कंपनियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है क्योंकि हाल ही में सभी रिचार्ज प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। जो रिचार्ज प्लान पहले अनलिमिटेड प्रीपेड 5G इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाते थे, लेकिन उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में संभव है कि एलोन मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा भारतीय बाजार में नवीनतम सेवाओं के साथ एयरटेल, वोडाफोन जैसी कंपनियों को टक्कर देने वाली है।
सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को समझना
यदि कोई नागरिक सैटेलाइट इंटरनेट के बारे में नहीं जानता हो, तो आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी होती है जो कि पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रह के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाती है। देखा जाए तो भारत में अधिकतर पारंपरिक ब्रॉडबैंड या मोबाइल इंटरनेट के विपरीत, सैटेलाइट इंटरनेट केबल एवं टावर के माध्यम से ही इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। हालांकि यह इससे काफी अलग है और सैटेलाइट इंटरनेट के क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिविटी हमारी सोच से भी तेज है।
विस्तारित क्षितिज: विमानन में स्टारलिंक
हाल ही में स्टारलिंक कंपनी के द्वारा भारत के 1000 से अधिक एयरक्राफ्ट विमान में अपनी इंटरनेट सुविधा का लाभ उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई है। यह घोषणा कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है एवं आगामी भविष्य में सरकार भी अपनी फ्लाइट कनेक्टिविटी में बेहतर संभावना करने की योजना बना रही है। इस प्रकार से स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट का उपयोग किया जा रहा है। इस क्षमता के आधार पर भारत में ऐसी भरोसेमंद कनेक्टिविटी को स्थापित किया जाएगा।
हो सकती है कुछ खास चुनौतियां
देखा जाए तो वर्तमान समय में कंपनी के द्वारा भारतीय बाजार में प्रवेश करने की निरंतर कोशिश की जा रही है और संभव है कि संचारी रूप से सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्टिविटी का लाभ जल्दी ही हमारे भारत देश के 1000 से अधिक एयरक्राफ्ट एयरलाइन में मिलने वाला है। इससे उन यूजर्स का काफी ज्यादा फायदा होने वाला है जो फास्ट इंटरनेट का उपयोग करना चाहते हैं।