7th Pay Commission DA Hike: मोदी 3.0 सरकार ने लोकसभा चुनाव के बाद से केंद्र में गठन किया है। जानकारी के अनुसार एक करोड़ से अधिक कर्मचारी एवं पेंशन भोगियों को पहले जनवरी के महीने से महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त हुई थी वर्तमान समय में DA की दर 46 से बढ़कर 50 हो चुका है। यहां पर पहली जुलाई को कर्मचारियों को फिर से DA में वृद्धि की सौगात मिली थी एवं फरवरी मार्च और अप्रैल के महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में सकारात्मक रिपोर्ट पाई गई।
फरवरी महीने के अनुसार सूचकांक 139.02 तक पहुंच चुका था वही मार्च के महीने के लिए यह 0.3 कम हुआ। इसके साथ ही अप्रैल में अखिल भारतीय मूल्य सूचकांक 139.4 तक जा पहुंचा और लगातार साफ हो रहा है कि आने वाले समय में DA दर में बढ़ोतरी की संभावना हो सकती है। इसके साथ ही पेंशन को लेकर वित्त मंत्रालय की कमेटी द्वारा रिपोर्ट जारी की जा सकती है और आठवीं वेतन आयोग के अनुसार सरकार द्वारा निर्णय लेने की अनुमति प्राप्त है।
जुलाई से 50 से 54 फीसदी
केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि DA की वर्तमान दर पहली जुलाई से 50 से 54 फीसदी तक बढ़ सकता है। इसके साथ ही श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का संकलन होने वाला है तथा 317 बाजारों में से प्राप्त हुआ डाटा देश के 88 औद्योगिक केंद्र के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांकआधार बनाने वाला। अन्य जानकारी के तहत सूचकांक हर महीने की अंतिम कार्य दिवस की जारी होने की संभावना है।
सीपीआई-आईडब्ल्यू जनवरी में 138.9 पर बना रहा
जानकारी के अनुसार जनवरी 2024 के लिए अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू 0.1 अंक बढ़कर 138.9 जा पहुंचा था। वही एक महीने के अंतराल में प्रतिशत परिवर्तन के आधार पर दिसंबर 2023 की तुलना में यह 0.07% से वृद्धि कर रहा था। लेकिन इससे पहले इसी महीने के दौरान 0.38 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई थी। इसके साथ ही वर्तमान सूचकांक के प्रति में सबसे अहम योगदान आवास समूह का रहा है। साथ ही जिसमें0.48 प्रतिशत अंक का योगदान रहा है।
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कोई जानकारी के अनुसार महिलाओं के सूट, कैजुअल वियर, सूती साड़ी, ऊनी स्वेटर/पुलओवर, प्लास्टिक/पीवीसी जूते, सिलाई शुल्क/कढ़ाई, तंबाकू, विदेशी/रिफाइंड शराब की कीमतों में काफी वृद्धि पाई गई है।
प्याज, आलू, टमाटर, बैंगन, अदरक, मटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, फ्रेंच बीन्स, भिंडी, केला, अंगूर, पपीता, अनार, ताजा नारियल, सरसों का तेल, इत्यादि में वृद्धि की डिमांड को नियंत्रित करने की मांग करी है।